क्रिकेट के बल्ले से इंदौर के एक अधिकारी की कथित पिटाई करने वाले भाजपा के विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के पुत्र आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की सख्ती के बाद सियासत गरमाती जा रही है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि यदि आकाश विजयवर्गीय पर कार्रवाई होती है तो प्रधानमंत्री मोदी को बधाई।
अगर एेंसा होता है तो मोदी जी आपको बधाई। यदि नहीं होता है तो यही कहेंगे आपकी कथनी और करनी में बहुत अंतर है और आपकी नियत साफ़ नहीं है। मुझे नहीं लगता अमित शाह जी अपने प्रिय मित्र कैलाश वीजावर्गीय के बेटे का कोई नुक्सान होने देंगे। देखते हैं।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 3, 2019
दरअसल, आकाश के जमानत से रिहा होने के बाद कुछ स्थानीय भाजपा नेताओं ने कार्यालय पर उनका माला पहनाकर स्वागत किया था। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को नाराजगी जताते हुए कहा था कि बेटा किसी का हो, मनमानी नहीं चलेगी। भाजपा को कई लोगों ने खून पसीने के साथ यहां तक पहुंचाया है और कुछ लोग इस तरह का आचरण करते हैं जो समाज में अस्वीकार्य है। ऐसे लोगों को पार्टी ने बाहर कर देना चाहिए और उन लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जो इनका समर्थन करते हैं।
मोदी जी ने कल भाजपा संसदीय दल की बैठक में आकाश के इस बयान के खिलाफ नाराजी प्रकट की और आकाश के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये। यही नहीं उन भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश दिये जिन्होंने जेल से छूटने के बाद उसका स्वागत किया और “हर्ष फायरिंग” की।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदी आकाश विजयवर्गीय को पार्टी से निष्कासित करते हैं तो उन्हें बधाई। यदि ऐसा नहीं होता है तो यही कहेंगे कि आपकी कथनी और करनी में बहुत अंतर है और आपकी नीयत साफ नहीं है। दिग्विजय सिंह ने भाजपा अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह जी अपने प्रिय मित्र कैलाश विजयवर्गीय के बेटे का कोई नुकसान होने देंगे... देखते हैं।
आकाश विजयवर्गीय- “ हमें भाजपा में सिखाया जाता है- पहले आवेदन, फिर निवेदन और फिर दनादन” क्या इससे स्पष्ट नहीं होता कि भाजपा को ना नियम पर, ना क़ानून पर, ना संविधान पर विश्वास है ?
दिग्विजय सिंह यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में भाजपा विधायक आकाश के खिलाफ नाराजगी जताई थी और आकाश के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। यही नहीं उन्होंने उन भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे जिन्होंने जेल से छूटने के बाद उसका स्वागत किया और हर्ष फायरिंग की थी।
बता दें कि 26 जून को इंदौर के गंजी कंपाउंड इलाके में एक जर्जर भवन गिराने की कार्रवाई के दौरान भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के एक अधिकारी की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई कर दी थी। विवाद बढ़ने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और पुलिस ने उसी शाम उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि, चार दिन बाद उन्हें भोपाल की स्पेशल कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) के जमानत पर जेल से बाहर आने पर रविवार को समर्थकों द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया था। उन्होंने जश्न मनाते हुए हवाई फायरिंग की थी। अपने समर्थकों के साथ जेल पहुंचे आकाश के पिता और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने जेल के बाहर उनका स्वागत किया था।हालांकि, स्थानीय भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि उन्होंने नगर निगम अधिकारी को पीटने वाले विधायक आकाश विजयवर्गीय का स्वागत नहीं किया था।
इंदौर -2 (Indore-2) से भाजपा विधायक रमेश मेंदोला (Ramesh Mendola) ने कहा कि कोई भी आकाश का स्वागत करने नहीं गया था। मैं रविवार की सुबह जिला जेल गया था लेकिन कोई स्वागत कार्यक्रम नहीं हुआ। हम में से किसी को भी इस तरह के स्वागत की अनुमति भी नहीं है। पार्टी जो भी फैसला करेगी, वह हमें स्वीकार्य है। अब इस मामले में दिग्विजय सिंह के कूदने से सियासी माहौल गरमा गया है।