दिल्ली व एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान सहित ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में बुधवार दोपहर बाद झमाझम बारिश ने उमस से राहत दिलाई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटे के अंदर मानसून दिल्ली, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार व उत्तराखंड सहित अन्य इलाकों में झमाझम बारिश लेकर आएगा।
इस बीच बारिश व बिजली गिरने से मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश व राजस्थान में 28 लोगों की मौत हो गई। वहीं भारी बारिश से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा बाधित हो गई है। दूसरी ओर हिमाचल में मनाली-लेह मार्ग बाधित होने के कारण हजारों पर्यटक 16 घंटे तक फंसे रहे।
मध्य प्रदेश में गई 22 लोगों की जान
मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई घटनाओं में आकाशीय बिजली गिरने से 22 लोगों की मौत हो गई। सबसे अधिक मौतें टीकमगढ़ में हुई। यहां सात लोग आकाशीय बिजली का शिकार बने, जबकि छतरपुर, पन्ना, श्योपुर और भिंड में एक-एक की मौत हुई। वहीं डिंडौरी में पांच, सतना में तीन, कटनी में दो और सिवनी में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
हिमाचल में बादल फटने से 16 घंटे फंसे रहे पर्यटक
मंगलवार रात मनाली से 165 किमी दूर पटसेऊ नाले में बादल फटने से मनाली-लेह मार्ग अवरुद्ध हो गया। इस कारण करीब 16 घंटे तक हजारों पर्यटक फंसे रहे। घटना से जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन तेज बारिश से मलबा सड़क पर आ गया। इससे लेह से मनाली व मनाली से लेह जा रहे सैकड़ों वाहन फंस गए। पर्यटकों को 16 घंटे तक भूखे-प्यासे वाहनों में ही रहना पड़ा। कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग को बहाल कर यातायात सुचारु कर दिया है।
उत्तराखंड में जारी है बारिश
उत्तराखंड में वर्षा का सिलसिला बरकरार है। इसके चलते बुधवार को पहाड़ से लेकर मैदान तक जनजीवन प्रभावित रहा। चारधाम यात्रा पर भी बाधित हो गई है। मार्गाें के बार-बार बंद होने और खुलने से यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। गुरुवार को तेज बारिश की चेतावनी को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। खासकर चारधाम यात्रा मार्गाें पर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
राजस्थान में बाढ़ के हालात
बुधवार को राजस्थान के सभी जिलों में मानसून की पहली बारिश हुई। कई जिलों में तो काफी तेज बारिश हुई, जिससे बाढ़ के हालात बन गए। मंगलवार रात से शुरू हुआ बारिश का दौर बुधवार को तेज हुआ। वहीं पाली के सैंदडा पुलिस थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।
उप्र में बिजली गिरने से चार मौतें
प्रदेश में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बरसात हुई, लेकिन घुटन भरी गर्मी से राहत नहीं मिली। वहीं बिजली के कहर ने तीन बच्चों समेत चार की जान चली गई, जबकि घुटन भरी गर्मी की चपेट में आने से बुंदेलखड में दो लोग असमय मौत के मुंह में समा गए। हवा का दबाव कम होने पर उमस के कारण दम घुटने जैसा अहसास हुआ। हालांकि बीच-बीच में बादलों के बीच चली हवाओं से थोड़ी राहत मिली।
हरियाणा में राहत लाई बारिश
गर्मी और उमस से जूझ रहे हरियाणा को इंद्र ने बारिश के रूप में बुधवार को जबरदस्त राहत पैकेज दिया। पूरे प्रदेश में बादल जमकर बरसे। पानीपत के मुख्य बाजारों में पानी भरने के साथ जीटी रोड पर भी पानी भरा हुआ है। कुरुक्षेत्र में मुख्य सड़कें भी तालाब जैसी नजर आ रही थीं।
पंजाब में भी लुढ़का पारा
प्री मानसून के बादल जमकर बरस रहे हें। बुधवार को राज्य के कई जिलों में सुबह व दोपहर के वक्त झमाझम बारिश हुई। इससे मौसम सुहावना हो गया और दिन का पारा भी सात से आठ डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया।