ललित मोदी और विजय माल्या के बाद पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी और ज्वेलरी कारोबारी नीरव मोदी भी ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लेने की फिराक में है। ब्रिटेन के एक नामी अखबार की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। 13 हजार करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक के कर्ज घोटाले को अंजाम देने वाला नीरव मोदी और उसका मामा मेहुल चोकसी इसी साल देश से फरार हुए, जबकि ललित मोदी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसने के बाद देश छोड़ गया था।
ब्रिटेन से कहा गया है कि वो भारत विरोधी गतिविधियों के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने दे। अखबार की रिपोर्ट की मानें तो नीरव मोदी ने राजनीतिक उत्पीड़न का हवाला देते हुए ब्रिटेन से राजनीतिक शरण मांगी है। भारतीय सरकार पर नीरव के अलावा एक अन्य कारोबारी विजय माल्या तो भी वापस लाने का दबाव है जो कि लंदन में है। इसके अलावा ललित मोदी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसने के बाद देश छोड़कर ब्रिटेन चला गया था।
बता दें कि नीरव मोदी के देश छोड़ने के बाद भारतीय सरकार ने उसका पासपोर्ट रद कर दिया और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने लुकआउट नोटिस जारी किया था। नीरव मोदी ने 2010 में ग्लोब डायमंड जूलरी हाउस की नींव रखी और इसका नाम अपने नाम पर ही रखा। पुलिस ने मई में 25 लोगों के खिलाफ चार्ज फाइल किए थे। इनमें नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, पूर्व पीएनबी चीफ ऊषा अनंतसुब्रमण्यन, दो बैंक डायरेक्टर्स और नीरव मोदी की कंपनी के तीन लोग भी शामिल थे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों भारत ने ब्रिटेन के सामने शराब कारोबारी विजय माल्या और आइपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के शीघ्र प्रत्यर्पण की मांग रखी थी। भारत और ब्रिटेन के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के दौरान नीरव मोदी मामले पर भी चर्चा हुई थी।